DHABAD NEWS: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद को मिला प्रस्ताव बीआईटी सिंदरी में जल्द ही नए बीटेक और एमटेक कोर्स शुरू होंगे।

DHABAD NEWS: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद को मिला प्रस्ताव बीआईटी सिंदरी में जल्द ही नए बीटेक और एमटेक कोर्स शुरू होंगे।
IMAGE CRADIT ; BHASKAR

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आज, हर उद्योग अत्याधुनिक तकनीक जैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), डेटा साइंस और मशीन लर्निंग (रोबोट) का उपयोग करता है। अब हमारे वाइस कमांड पर भी लाइट तुरंत ऑन या ऑफ हो जाती है। रोबोट भी इसी तरह के तरीकों का इस्तेमाल करके बनाए जाते हैं। इन तरीकों की बढ़ती जरूरत को देखते हुए जल्द ही बीआइटी सिंदरी में इसकी पढ़ाई शुरू होगी। संस्थान ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) को इस संबंध में एक प्रस्ताव सौंपा है।

बीआईटी सिंदरी के निदेशक प्रो. डीके सिंह के मुताबिक, कंप्यूटर साइंस में तीन एम.टेक डिग्री और कुछ बी.टेक प्रोग्राम की योजना है। जैसे ही एआईसीटीई ने प्रस्तुत आवेदन को मंजूरी दे दी है, संस्थान में पढ़ाई शुरू करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बीटेक और एमटेक की सीटें भी सिर्फ एआईसीटीई से ही मंजूर होंगी।

यांत्रिक विभाग को 90 लाख रुपये का प्रोजेक्ट दिया गया
बीआईटी सिंदरी के निदेशक के मुताबिक इलेक्ट्रिकल व्हीकल लैब की स्थापना की जा चुकी है। संस्थान के हर विभाग में सरकार की तरफ से बजट में कम से कम 5 शोधार्थियों को शामिल किए जाने की संभावना है। उधर, भारत सरकार के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग को 90 लाख रुपये का प्रोजेक्ट दिया है।

इससे विभाग की शोध सुविधाएं बढ़ेंगी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सुधार के लिए कोष वह जगह है जहाँ आपको यह पहल मिल सकती है। एक सामग्री अभिलक्षणन प्रयोगशाला होगी।

कंप्यूटर विज्ञान से संबंधित पाठ्यक्रम 20-25 एमटेक सीटें और 60 बीटेक सीटें प्रदान कर सकते हैं, जिसमें एआई, एमएल और डेटा साइंस जैसे विषय शामिल हैं। आईओटी, डेटा साइंस और पर्यावरण विज्ञान एमटेक कार्यक्रमों में शामिल विषयों में से हैं, हालांकि। आमतौर पर बी.टेक के लिए 60 सीटें उपलब्ध होती हैं। साथ ही एमटेक में 20-25 सीटें दी जाती हैं। प्रो. घनश्याम ने दावा किया कि तकनीक की बदौलत अब रेफ्रिजरेटर भी मधुमेह के रोगी को पहचान सकता है।

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