Jac Board class 12 political science notes in hindi ch-4 | सत्ता के वैकल्पिक केंद्र most important question 2022-23

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ChapterCh 4
Ch Nameसत्ता के वैकल्पिक केंद्र
Class12th
facultyArts
languageHindi
ProvideJac Board Most important question 2022-23
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class 12 political science notes in hindi

महत्त्वपूर्ण परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर अति लघु उत्तरीय प्रश्न ( VERY SHORT ANSWER TYPE QUESTIONS ) class 12 political science notes

Q. 1. यूरोपीय संघ और आसियान किस प्रकार शक्तिशाली बने ?

Ans . class 12 political science notes
1. यूरोपीय संघ और आसियान दोनों ने ही अपने – अपने क्षेत्रों में चलने वाली लंबी शत्रुताओं और कमजोरियों का क्षेत्रीय स्तर पर निपटारा किया है और संगठन को मजबूत किया ।
2. उन्होंने अपने क्षेत्रों में अधिक शांतिपूर्ण और सहकारी क्षेत्रीय व्यवस्था विकसित करने की तथा इस क्षेत्र के देशों की अर्थव्यवस्थाओं का समूह बनाने का काम महत्वपूर्ण कार्य किया गया ।

Q. 2. चीन ने ‘ खुले द्वार ‘ की नीति कब चलाई और उससे उसे क्या लाभ हुए ?

Ans . class 12 political science notes
1. दिसंबर , 1978 में देंग श्याओपेंग ने ‘ खुले द्वार ‘ ( Open Door ) की नीति चलाई ।
2. इसके कारण चीन अद्भुत प्रगति की ओर आने वाले वर्षों में एक बड़ी आर्थिक ताकत के रूप में उभरा ।

Q.3 . यूरोपीय संघ की स्थापना कब हुई ? उसकी सामान्य नीतियाँ क्या थीं ?

Ans . class 12 political science notes
1. यूरोपीय संघ की स्थापना 1992 ई . में हुई ।
2. इसकी सामान्य नीतियाँ – समान विदेशी नीति और सुरक्षा नीति , आंतरिक मामलों तथा न्याय से जुड़े मामलों में सहयोग और एक समान मुद्रा का चलन ।

Q.4 यूरोपीय संघ के झंडे का संक्षिप्त परिचय दीजिए ।

Ans . सोने के रंग के सितारों का घेरा यूरोप के लोगों की एकता और मेल मिलाप का प्र है । इसमें 12 सितारे हैं क्योंकि बारह की संख्या को वहाँ पारंपरिक रूप से पूर्णता , समग्रता एकता का प्रतीक माना जाता है ।

Q. 5. आसियान के 10 सदस्य देशों के नाम बताइए ।

Ans . class 12 political science notes
1. इंडोनेशिया ,
2. मलेशिया ,
3. फिलिपींस
4. सिंगापुर ,
5. थाइलैंड
6. दारुस्स
7. वियतनाम ,
8 लाओस ,
9. म्यांमार ,
10. कंबोडिया ।

Q. 6. चीन में विदेशी व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि लाने के लिए दो कारकों उल्लेख कीजिए ।

Ans . चीन के द्वारा 1978 में खुले द्वार की नीति विशेषकर व्यापार में सहायक नए क को अपनाया । इससे विशेष आर्थिक क्षेत्रों ( Special Economic Zone = SEZ ) के निर्माण विदेशी व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है ।

Q. 7. भारत – चीन सीमा विवाद पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखें ।

Ans . चीन ने तिब्बत पर आक्रमण करने के बाद वहाँ दमन कार्य शुरू किया । जिसमें व लामा ने 1959 में भारत में शरण ली । 20 अक्टूबर , 1962 को चीन ने भारत पर आक्रमण दिया और भारत के एक बड़े भूभाग पर कब्जा कर लिया । भारत – चीन संबंध बिगड़ गये ।

class 12 political science notes in hindi :दिसंबर , 1962 को कोलंबो प्रस्ताव को चीन ने ठुकरा दिया । 29 नवंबर , 1966 को भारत समझौता हुआ कि कोई भी पक्ष अपनी सैनिक क्षमता का इस्तेमात दूसरे के विरुद्ध नहीं क तथा वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सेनाएँ तथा हथियार कम करने का निर्णय लिया गया ।

Q. 8. सार्क से क्या अभिप्राय है ?

Ans . सार्क अथवा दक्षेस एक दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन अथवा संघ है जि गठन दिसंबर 1985 में ढाका में हुआ था । इसमें भारत , पाकिस्तान , बांग्लादेश , भूटान , ने श्रीलंका और मालदीव सात देश सम्मिलित हैं । अब तक इसके ग्यारह सोलन हो चुके हैं । प्र सम्मेलन 8 दिसंबर , 1985 को ढाका में हुआ था ।

Q. 9. यूरोपीय संघ में मतभेद के दो उदाहरण दीजिए ।

Ans . class 12 political science notes
1. यूरोपीय संघ सदस्य देशों में मतभेद अमरीकी हमले में ब्रिटेन इस हमले के खिलाफ थे ।
2. यूरोप के कुछ हिस्सों में यूरो को लागू करने के कार्यक्रम को लेकर असहमति थी ।

Q. 10. आसियान की नींव कब और किसने रखी ?

Ans . class 12 political science notes
1. 1967 में इस क्षेत्र के पाँच देशों ने बैंकॉक घोषणा पर हस्ताक्षर करके आसियान की स्थापना की । उदाहरण के लिए इराक पर के प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर तो उसके साथ थे लेकिन जर्मनी और फ्रांस
2. ये देश इंडोनेशिया , मलेशिया , फिलिपींस , सिंगापुर और थाइलैंड थे ।

Q11. आसियान के झंडे का वर्णन कीजिए ।

Ans . class 12 political science notes
1. आसियान के झंडे में ‘ आसियान ‘ के प्रतीक चिह्न में धान की दस बालियाँ दक्षिण – पूर्व के दस देशों का प्रतीक हैं जो आपस में मैत्री और एकता के सूत्रों में बँधे हैं ।
2. झंडे पर बना वृत्त आसियान की एकता का प्रतीक है ।

Q. 12. आसियान समुदाय कब बनाया गया ? आसियान के तीन समुदाय कौन – कौन से हैं ?

Ans . class 12 political science notes
1.2003 में आसियान ने तीन आसियान समुदाय बनाये जो आसियान के तीन स्तंभ कहे जाते हैं ।
2. तीन समुदाय हैं—
( क ) आसियान सुरक्षा समुदाय
( ख ) आसियान आर्थिक समुदाय
( ग ) आसियान सामाजिक – सांस्कृतिक समुदाय ।

महत्त्वपूर्ण परीक्षोपयोगी प्रश्नोत्तर  लघु उत्तरीय प्रश्न (  SHORT ANSWER TYPE QUESTIONS )  class 12 political science notes in hindi

1.भारत – चीन सीमा विवाद पर नोट लिखें ।

Ans . class 12 political science notes in hindi
भारत – चीन सीमा विवाद ( Indo – China Border Dispute ) – चीन और भारत के प्राचीनकाल से व्यापारिक तथा सांस्कृतिक संबंध रहे हैं । 1954 में चीन के प्रधानमंत्री चाऊ – इन – लाई भारत आए और दोनों देशों ने पंचशील पर हस्ताक्षर किए तथा हिंदी – चीनी भाई – भाई के नारे लगे ।

परंतु शीघ्र ही चीन ने अपना असली रंग दिखाया । 1959 में जब भारत ने दलाई लामा को राजनीतिक शरण दी , चीन ने इसे चीन के विरुद्ध आचरण कहा । 1959 में चीन ने लद्दाख और नेफा ( अब अरुणाचल प्रदेश ) के 12,800 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर अपना दावा रखा ।

class 12 political science notes: सितंबर , 1960 को चीन ने समस्त भारत – चीन सीमा पर आक्रमण कर दिया और भारत – चीन युद्ध आरंभ हो गया ।

इस युद्ध में अमेरिका तथा रूस के भाग लेने की भी संभावना बन गई थी परंतु 21 नवंबर को चीन ने एकतरफा युद्धविराम घोषित कर दिया । लेकिन उसने भारतीय क्षेत्रों से अपनी सेनाएँ हटाने से इंकार कर दिया और आज भी एक बड़े भारतीय क्षेत्र पर उसका कब्जा है ।

चीन अरुणाचल प्रदेश में 90,000 वर्ग कि.मी. पर अपना दावा करता है । 2003 में भारत के प्रधानमंत्री वाजपेयी ने चीन की यात्रा की यात्रा के तुरंत बाद ही चीन ने अरुणाचल प्रदेश को चीनी क्षेत्र का भाग बताया है और सीमा विवाद को नया मोड़ दिया है ।

class 12 political science notes in hindi :- इस प्रकार भारत – चीन सीमा विवाद कई बार उभरा है और अभी तक समाप्त नहीं हो पाया है ।

Q2 . दक्षिण पूर्व एशियाई संगठन ( आसियान ) के निर्माण के क्या कारण थे ?
Or , आसियान निर्माण के पूर्व दक्षिण पूर्व एशियाई देशों की दशा का वर्णन कीजिए ।

Ans . class 12 political science notes in hindi

1. द्वितीय विश्व युद्ध के पूर्व और उसके दौरान एशिया का यह माग कई बार यूरोपीय और जापानी उपनिवेशवाद का शिकार हुआ और उसे पर्याप्त क्षति सहनी पड़ी ।

2. द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इसे राष्ट्र निर्माण , आर्थिक पिछड़ापन और गरीबी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ा ।

3. शीत युद्ध के दौरान किसी एक महाशक्ति के साथ जाने के दावों को भी झेलना पड़ा ।

4. बांदुग सम्मेलन और गुट – निरपेक्ष आंदोलन आदि के माध्यम से एशिया और तीसरी दुनिया के देशों में एकता कायम करने के प्रयास अनौपचारिक स्तर पर सहयोग और मेलजोल कराने के मामले में कारगर नहीं हो रहे थे ।

5. ऐसी स्थिति में दक्षिण – पूर्व एशिया देशों ने आसियान का गठन किया ।

Q3- आसियान की स्थापना कैसे हुई ? इसके क्या उद्देश्य थे ?

Ans . class 12 political science notes in hindi

आसियान की स्थापना और इसके उपय –
1 , 1967 ई . में दक्षिण पूर्व एशिया के पाँच देशों – इंडोनेशिया , मलेशिया , फिलिपस , सिंगापुर और थाइलैंड ने बैंकॉक घोषणा पर हस्ताक्षर करके आसियान की स्थापना की ।

2. इसका मुख्य उद्देश्य आर्थिक विकास को तेज करना और उसके माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक विकास करना था ।

3. कानून के शासन और संयुक्त राष्ट्र के नियमों पर आधारित क्षेत्रीय शांति और स्थायित्व को बढ़ावा देना भी इसका अन्य उद्देश्य था ।

4. यूरोपीय संघ के समान खुद को अधिराष्ट्रीय संगठन बनाने या उसके समान अन्य व्यवस्याओं को हाथ में लेने का उसका लक्ष्य नहीं था ।

5. यह राष्ट्रों के बीच अनौपचारिक , टकरावरहित और सहयोगात्मक मेल – मिलाप रखना सबसे बड़ा उद्देश्य था ।

6. राष्ट्रीय सार्वभौमिकता का सम्मान करना भी इसका महत्वपूर्ण उद्देश्य था ।

Q4 . आसियान सुरक्षा समुदाय का संक्षिप्त विवरण दीजिए ।

Ans . class 12 political science notes in hindi

आसियान सुरक्षा समुदाय –

1 . आसियान सुरक्षा समुदाय का मुख्य उद्देश्य विवाद को सैनिक टकराहट से बचाना और बातचीत के द्वारा सहमति लाना है ।

2. 2003 तक आसियान के सदस्य देशों ने कई समझौते किए जिनके द्वारा प्रत्येक देश ने शांति , निष्पक्षता , सहयोग , अहस्तक्षेप को बढ़ावा देने पर बल दिया ।

3. उन्होंने राष्ट्रों के आपसी अंतर तथा सम्प्रभुता के अधिकारों का सम्मान करने पर अपनी वचनबद्धता प्रकट की ।

4. आसियान के देशों की सुरक्षा और विदेशी नीतियों में तालमेल बनाने के लिए 1994 में आसियान क्षेत्रीय मंच की स्थापना की गई ।

Q.5. भारत और आसियान के संबंधों का उल्लेख कीजिए ।

Ans . class 12 political science notes in hindi

भारतीय आसियान संबंध-
1. आसियान की वर्तमान आर्थिक शक्ति से चीन और भारत दोनों ओर आकर्षित हुए हैं ।

2. भारत और चीन दोनों का एशियाई देशों के साथ व्यापार और निवेश बढ़ रहा है । ऐसे में आसियान के साथ संबंध स्थापित करना प्रासंगिक है ।

3. आरंभिक वर्षों में भारतीय विदेश नीति ने आसियान पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया परंतु हाल के वर्षों में भारत ने अपनी नीति सुधारने का प्रयास किया है ।

4. भारत ने दो आसियान देशों – सिंगापुर और थाइलैंड के साथ मुक्त व्यापार का समझौता किया है ।

5. भारत ने आसियान के साथ भी मुक्त व्यापार संधि करने की कोशिश की है ।

Q6. 1970 में चीन ने क्या – क्या आर्थिक सुधार किये ?

Ans . class 12 political science notes in hindi

1970 में चीन के आर्थिक सुधार –
1 . इस समय चीन की आर्थिक स्थिति खराब थी । इस स्थिति से निपटने के लिए चीन ने अपनी नीतियों में विशेष परिवर्तन किये ।

2. उसने 1972 में अमरीका से संबंध स्थापित किया और अपने एकांतवास को तोड़ा ।

3. 1973 में चीनी प्रधानमंत्री चाऊ – एन – लाई ने कृषि उद्योग , सेना और विज्ञान – प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आधुनिकीकरण के चार प्रस्ताव रखे ।

4. 1978 में तत्कालीन चीनी नेता देंग श्याओपेंग ने चीन में अधिक सुधारों और ‘ खुले द्वार की नीति ‘ की घोषणा की ।

5. अब चीन का उद्देश्य यह हो गया कि विदेशी पूँजी और प्रौद्योगिकी के निवेश से उच्चतर उत्पादकता को प्राप्त किया जाए ।

6. चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था को चरणबद्ध तरीके से आरंभ किया । सर्वप्रथम 1982 में खेती का निजीकरण किया गया और उसके बाद 1998 में उद्योगों को भी इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ा । अनेक व्यापारिक अवरोधों को हटाया गया ।

Q. 7 . चीन की नई आर्थिक नीतियों का क्या प्रभाव पड़ा ?

Ans . class 12 political science notes in hindi

चीन की नई आर्थिक नीतियों का प्रभाव – चीन ने 1970 के बाद नई आर्थिक नीतियों को अपनाया जिसका अच्छा प्रभाव पड़ा जो निम्नलिखित हैं

1. उसकी अर्थव्यवस्था जड़ता से ऊपर उठी । कृषि के निजीकरण के कारण कृषि उत्पादों तथा ग्रामीण आय में आशा के अनुरूप सफलता मिली ।

2. ग्रामीण अर्थव्यवस्था में निजी बचत बढ़ गई और इससे ग्रामीण उद्योगों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई । उद्योग और कृषि दोनों ही क्षेत्रों में चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर तेज रही ।

3. व्यापार के नये कानून तथा विशेष आर्थिक क्षेत्र ( Special Economic Zone ) के निर्माण से विदेशी व्यापार में अद्भुत वृद्धि हुई ।

4. चीन संपूर्ण विश्व में विदेशी निवेश के लिए सर्वाधिक आकर्षक देश बनकर उभरा ।

5. चीन के पास विदेशी मुद्रा का भरपूर भंडार है और इसके बूते चीन दूसरे देशों में निवेश कर रहा है ।

6. 2001 में चीन ने विश्व व्यापार संगठन ( WTO ) में प्रवेश किया और दूसरे देशों को अपने देश में निवेश का द्वार खोल दिया ।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न | ( LONG ANSWER TYPE QUESTIONS ) class 12 political science notes

01. चीन के साथ भारत के संबंधों का वर्णन कीजिए ।

Ans . class 12 political science notes

चीन के साथ भारत का संबंध ( India’s Relations with China ) — इसे निम्न विचार – बिंदुओं द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है

( i ) प्रस्तावना ( Introduction ) – पश्चिमी साम्राज्यवाद के उदय से पहले भारत और चीन एशिया की महाशक्ति थे । चीन का अपने आसपास के इलाकों पर भी काफी प्रभाव था और आसपास के छोटे देश इसके प्रभुत्व को मानकर और कुछ नजराना देकर चैन से रहा करते थे ।

चीनी राजवंशों के लम्बे शासन में मंगोलिया , कोरिया , हिन्द – चीन के कुछ इलाके और तिब्बत इसकी अधीनता मानते रहे थे । भारत के भी अनेक राजवंशों और साम्राज्यों का प्रभाव उनके अपने राज्य से बाहर भी रहा था । भारत हो या चीन , इनका प्रभाव सिर्फ राजनैतिक नहीं था- यह आर्थिक , धार्मिक और सांस्कृतिक भी था पर चीन और भारत अपने प्रभाव क्षेत्रों के मामले में कभी नहीं टकराए थे ।

इसी कारण दोनों के बीच राजनैतिक और सांस्कृतिक प्रत्यक्ष संबंध सीमित ही थे । परिणाम यह हुआ कि दोनों देश एक – दूसरे को ज्यादा अच्छी तरह से नहीं जान सके और जब बीसवीं सदी में दोनों देश एक – दूसरे से टकराए तो दोनों का ही एक – दूसरे के प्रति विदेश नीति विकसित करने में मुश्किलें आई ।

( ii ) ब्रिटिश शासन के उपरांत भारत – चीन संबंध ( After British rule India -China relations ) – अंग्रेजी राज ने भारत के आजाद होने और चीन द्वारा विदेशी शक्तियों को निकाल बाहर करने के बाद यह उम्मीद जगी थी कि ये दोनों मुल्क साथ आकर विकासशील दुनिया और खास तौर से एशिया के भविष्य को तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे ।

कुछ समय के लिए हिंदी – चीनी भाई – भाई का नारा भी लोकप्रिय हुआ । सीमा विवाद पर चले सैन्य संघर्ष ने इस उम्मीद को समाप्त कर दिया । आजादी के तत्काल बाद 1950 में चीन द्वारा तिब्बत को हड़पने तथा भारत – चीन सीमा पर बस्तियाँ बनाने के फैसले से दोनों देशों के बीच सम्बन्ध एकदम गड़बड़ हो गए ।

class 12 political science notes in hindi – भारत और चीन दोनों मुल्क अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों और लद्दाख के अक्साई चिन क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी दावों के चलते 1962 में लड़ पड़े ।

( iii ) भारत – चीन युद्ध और उसके बाद ( Indo – Sino War and later on ) – 1962 के युद्ध में भारत को सैनिक पराजय झेलनी पड़ी और भारत – चीन सम्बन्धों पर इसका दीर्घकालिक असर हुआ । 1976 तक दोनों देशों के बीच कूटनीतिक सम्बन्ध समाप्त ही रहे । इसके बाद धीरे – धीरे दोनों के बीच सम्बन्धों में सुधार शुरू हुआ ।

class 12 political science notes: 1970 के दशक के उत्तरार्द्ध में चीन का राजनीतिक नेतृत्व बदला । चीन की नीति में भी अब वैचारिक मुद्दों की जगह व्यावहारिक मुद्दे होते गए इसलिए चीन भारत के सम्बन्ध सुधारने के लिए विवादास्पद मामलों को छोड़ने को हो गया । 1981 में सीमा विवादों को दूर करने के लिए वार्ताओं की शृंखला भी शुरू की गई ।

( iv ) भारत – चीन संबंध राजीव गाँधी के काल में ( Indo – China relation period Rajiv Gandhi Period ) दिसम्बर 1988 में राजीव गाँधी द्वारा चीन का दौरा करने से भारत – चीन सम्बन्धों को सुधारने के प्रयासों को बढ़ावा मिला । इसके बाद से दोनों देशों ने टकराव टालने और सीमा पर शांति और यथास्थिति बनाए रखने के उपायों की शुरूआत की है ।

class 12 political science notes :- दोनों देशों ने सांस्कृतिक आदान – प्रदान , विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में परस्पर सहयोग और व्यापार के लिए सीमा पर चार पोस्ट खोलने के समझौते भी किए हैं ।

( v ) भारत – चीन संबंध शीत युद्ध के बाद ( Indo – China relation after Cold War ) — शीत युद्ध की समाप्ति के बाद से भारत – चीन सम्बन्धों में महत्वपूर्ण बदलाव आया है । अब इनके संबंधों की रणनीतिक ही नहीं , आर्थिक पहलू भी है । दोनों ही खुद को विश्व राजनीति भूमिका निभाना चाहेंगे ।

( vi ) भारत – चीन के आर्थिक संबंध , 1992 से ( Since 1992 India – Sino Eco nomic relation ) – 1999 से भारत और चीन के बीच व्यापार सालाना 30 फीसदी की दर से बढ़ रहा है । इससे चीन के साथ संबंधों में नयी गर्मजोशी आयी है । चीन और भारत के बीच 1992 में 33 करोड़ 80 लाख डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ था जो 2006 में बढ़कर 18 अरब डॉलर का हो चुका है ।

class 12 political science notes in hindi :- हाल में दोनों देश ऐसे मसलों पर भी सहयोग करने के लिए राजी हुए हैं जिनसे दोनों के बीच विभेद पैदा हो सकते थे ; जैसे – विदेशों में ऊर्जा – सौदा हासिल करने का मसला । वैश्विक धरातल पर भारत और चीन ने विश्व व्यापार संगठन जैसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक संगठनों के संबंध में एक जैसी नीतियाँ अपनायी हैं ।

Q.3 दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संघ ( आसियान ) की स्थापना और गतिविधियों की व्याख्या करें ।

Ans . class 12 political science notes in hindi

दक्षिण – पूर्व एशियाई राष्ट्रों का संघ ( Association of South East Asian Nations ) एशिया के दक्षिण – पूर्व के राष्ट्रों ने भी अपना एक क्षेत्रीय संगठन बनाया जो ‘ आसियान ‘ के संक्षिप्त नाम से जाना जाता है और यह भी आर्थिक शक्ति का एक महत्वपूर्ण केंद्र है । इस क्षेत्र में भी अधिकतर देश पश्चिमी देशों तथा जापान के साम्राज्यवाद का शिकार रहे । ये देश मुख्य रूप से चीन के दक्षिण में तथा भारतीय उपमहाद्वीप के पूर्व में स्थिति हैं ।

दूसरे महायुद्ध के बाद यह क्षेत्र विश्व की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और महाशक्तियों के में इंडोनेशिया , मलेशिया , बर्मा ( अब म्यांमार ) , बरुनी , सिंगापुर , वियतनाम आदि प्रमुख देश हैं । आकर्षण का लाओस , थाइलैंड , केन्द्र बन रहा है ।

class 12 political science notes in hindi : इस क्षेत्र कम्पूचिया , फिलीपीन्स , दूसरे विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद इस क्षेत्र के देशों को भी जो जापान तथा पश्चिमी देशों के उपनिवेश के कारण काफी कमजोर स्थिति में आ गए थे , स्वतंत्रता प्राप्ति पर अपने सामाजिक – आर्थिक विकास , राष्ट्र निर्माण , गरीबी और बेरोजगारी , आर्थिक पिछड़ेपन , कृषि और उद्योगों की दीन दशा , अशिक्षा और बुरे स्वास्थ्य आदि की समस्याओं का सामना करना पड़ा और वे इनके समाधान से जूझने लगे ।

इन पर भी अमेरिका और सोवियत संघ गुटों का दबाव पड़ रहा था कि वे किसी एक गुट में सम्मिलित हो जाएँ । 1947 में नई दिल्ली में हुए एशियन सम्मेलन में जवाहर लाल नेहरू ने आह्वान किया था कि एशिया और अफ्रीका के देशों को किसी भी सैनिक में सम्मिलित न होकर , आपसी सहयोग द्वारा अपने सामाजिक – आर्थिक विकास पर ध्यान देना चाहिए ।

class 12 political science notes:  जब दूसरे विश्व युद्ध के बाद ब्रिटेन से दक्षिण पूर्व एशिया से अपने सैनिक अड़े हटाने की घोषणा की और शक्ति शून्यता की स्थिति पैदा हुई तो अमेरिका और चीन दोनों ने यहाँ ब्रिटेन का स्थान सम्मेलन इसी क्षेत्र में हुआ था और 1961 में गुटनिरपेक्ष आंदोलन भी स्थापित हुआ था ।

परतु गुटनिरपेक्ष आंदोलन एशिया और अफ्रीका के तीसरी दुनिया के देशों में आपसी सहयोग की भावना का विकास नहीं कर पाया था । अतः शीतयुद्ध के वातावरण से इस क्षेत्र के राष्ट्र काफी चिंतित थे ।

class 12 political science notes in hindi: क्षेत्रीय सहयोग के कदम ( Step towards Regional Cooperation ) अपने आर्थिक विकास के लिए क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए इस क्षेत्र के पाँच देशों- इंडोनेशिया , मलेशिया , फिलीपीस , सिंगापुर और थाइलैंड ने क्षेत्रीय सहयोग संगठन बनाए जाने की और पहल की ।

class 12 political science notes : इन देशों ने 8 अगस्त , 1967 को बैंक संधि पर हस्ताक्षर करके दक्षिण – पूर्व एशिया के राष्ट्रों के संघ ( आसियान ) की स्थाना की । 1984 में ब्रुनेई भी इसका सदस्य बना । 1995 में वियतनाम को इसकी सदस्यता दी गई । फिर आलीस , दारुस्सलाम , म्यांमार , कंबोडिया भी इसमें सम्मिलित हुए ।

उद्देश्य ( Aims ) आसियान की स्थापना निम्नलिखित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए की गई थी

1. क्षेत्र के आर्थिक विकास में तेजी लाना और इसके लिए क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना इसके प्रमुख उद्देश्य है

2. आर्थिक विकास के साथ – साथ सामाजिक व सांस्कृतिक विकास की प्राप्ति भी इसका उद्देश्य है ।

3. आसियान के घोषणा पत्र में स्पष्ट कर दिया गया है कि इसके निर्माण का उद्देश्य सदस्य राष्ट्रों में राजनीतिक , सामाजिक , आर्थिक , सांस्कृतिक , व्यापारिक , वैज्ञानिक , तकनीकी , प्रशासनिक आदि क्षेत्रों में आपसी सहायता तथा सहयोग विकसित करना तथा सामूहिक सहयोग द्वारा विभिन्न साझी समस्याओं का हल ढूँढना है ।

4. इसका उद्देश्य यह है कि इस क्षेत्र में एक साझा बाजार स्थापित किया जाए ।

5. सदस्य राष्ट्रों के बीच व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाना तथा आपसी व्यापार को बढ़ावा देना भी इसके उद्देश्यों में सम्मिलित है ।

आसियान की उपलब्धियाँ ( Achievements of ASEAN ) – आसियान ने अपनी कार्यशैली तथा उपलब्धियों के कारण लोकप्रियता पाई है और इसे बड़ी तेजी से आर्थिक उन्नति करने वाले देशों का क्षेत्रीय सहयोग संगठन माना जाता है । इसकी उपलब्धियाँ संक्षेप में निम्नलिखित हैं

1. (class 12 political science notes)आसियान के कार्यों का क्षेत्र बड़ा व्यापक है । आज यह सभी राजनीतिक , आर्थिक , सामाजिक , सांस्कृतिक , वैज्ञानिक , तकनीकी और प्रशासनिक क्षेत्रों में कार्यरत है ।

2. इसके प्रथम शिखर सम्मेलन में तीन सुझावों को स्वीकार किया गया था –
( i ) बाहरी आयात कम करके सदस्य राष्ट्रों द्वारा पारस्परिक व्यापार पर जोर देना ,
( ii ) खाद्य तथा ऊर्जा शक्ति वाले राष्ट्र इन क्षेत्रों में अभाव से पीड़ित सदस्य राष्ट्रों को सहायता दे।
( iii ) आसियान के सदस्य राष्ट्र व्यापार को अधिकाधिक क्षेत्रीय बनाने का प्रयास करें ।

कक्षा 12वीं के राजनीतिक विज्ञान के अध्याय 4 का नाम क्या है ?

कक्षा 12वीं के राजनीतिक विज्ञान के अध्याय 4 का नाम सत्ता के वैकल्पिक केंद्र है।

कक्षा 12वीं के राजनीतिक विज्ञान मे कुल कितनी अध्याय है?

कक्षा 12वीं के राजनीतिक विज्ञान मे दोनो खंडों को मिलाकर कुल 19 अध्याय है।