झरिया-धनबाद मुख्य सड़क इन दिनों धूल चाटने के लिए लोगों का स्वागत कर रही है। आप क्लिनिक में कैसे पहुंचेंगे, इस पर ध्यान केंद्रित करने की उपेक्षा नहीं की, आप वास्तव में जागरूक नहीं होंगे। इन सड़कों पर सुबह से रात तक भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं।
झरिया-धनबाद मुख्य सड़क इन दिनों लोगों का मारने के लिए स्वागत कर रही है। आप क्लिनिक में कैसे पहुंचेंगे, इस पर ध्यान केंद्रित करने में असफल नहीं हुए, आप वास्तव में जागरूक नहीं होंगे। इन सड़कों से सुबह से रात तक भारी संख्या में वाहन गुजरते हैं। इसके बावजूद संगठन की सरकार और सड़क निर्माण कार्य इन सड़कों को ठीक कराने में निष्फल प्रदर्शन कर रहे हैं।
अधिकारी जंजीरों में जकड़े हुए हैं और इन गलियों में लोगों को नुकसान हो रहा है। लगातार संगठन, जनप्रतिनिधि, विधायक व सांसद के वाहन इन सड़कों से गुजरते रहते हैं. इसके बावजूद आज तक सड़क को ठीक नहीं किया गया है। आस-पास रहने वाले लोगों का आक्रोश देख अक्सर क्षतिग्रस्त सड़क पर मिट्टी भर दी जाती है।
वैसे भी बारिश होने पर गंदगी पानी में बह जाती है। जिससे सड़क और भी जोखिम भरी हो जाती है। इन सड़कों पर अक्सर साइकिल सवारों को चोट लगती है। इसके बावजूद आज तक सड़क को ठीक नहीं किया गया है। आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि काफी समय पहले गली को बड़ा करने के मद्देनज़र गली का निर्माण किया गया था। कुछ महीनों तक इसने सकारात्मक रूप से काम किया, लेकिन जब धुंध का मौसम आया, तो सड़क अपने पुराने स्वर में वापस आ गई।
आम तौर पर जनप्रतिनिधियों से आपत्ति की जाती थी लेकिन आज तक इस सड़क को ठीक नहीं किया जा सका। आजकल स्थिति इस लक्ष्य के साथ है कि यदि कोई व्यक्ति शाम के अंधेरे में जंगली हो जाता है, तो उसकी मृत्यु निश्चित है। धीरे-धीरे गली में गड्ढे होते जा रहे हैं। इस तरह राहगीर अपनी जान हथेली पर रखकर गुजर जाता है। जहां रेस के दौरान लोगों ने कई कमिटमेंट किए। हालांकि राजनीतिक निर्णय के बाद वे रोजमर्रा के नागरिकों के मुद्दों को नजरअंदाज कर देते हैं।