टाइप 2 मधुमेह किशोरों और युवा वयस्कों में निष्क्रियता, स्क्रीन समय में वृद्धि और जंक फूड की खपत के कारण अधिक आम है।
50 साल से अधिक उम्र के लोगों को पहले मधुमेह हुआ करता था। 40 साल से अधिक उम्र के लोगों को धीरे-धीरे मधुमेह भी होने लगा। आज 15 से 25 वर्ष की आयु के बच्चों और किशोरों में भी टाइप 2 मधुमेह की घटनाएं बढ़ रही हैं। शहर के एक मधुमेह रोग विशेषज्ञ डॉ. अजय पटवारी का दावा है कि उनके क्लिनिक में हर महीने 5 से 6 किशोर और युवा आते हैं। अस्वस्थ जीवन शैली के कारण वे अस्वस्थ होते जा रहे हैं। वे घर का बना खाना खाने से ज्यादा कमर्शियल फूड और जंक फूड को प्राथमिकता देते हैं।