Jac board Class 12 Political Science ch-6 अंतरराष्ट्रीय संगठन MCQ & vvi question 2022-23 Exam

Class 12 political Science ch 6 importants question
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Q. 1. अंतर्राष्ट्रीय संगठन की आवश्यकता क्यों होती है ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

1. अंतर्राष्ट्रीय संगठन युद्ध और शांति के मामलों में सहायता करते हैं । 

2. ये संगठन अंतर्राष्ट्रीय स्तर की समस्याओं को हल करने में मदद करते हैं । ऐसे कार्यों में संगठन इस कार्य के लिए देशों को प्रेरित करते हैं । उदाहरण के लिए वैश्विक तापवृद्धि में देशों के सम्मिलित सहयोग की आवश्यकता होती है । 

3. अंतर्राष्ट्रीय संगठन सहयोग करने के उपाय और सूचनाएँ जुटाने में मदद कर सकते हैं । 

Q. 2. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ( IMF ) की क्या भूमिका है ? 

Ans . 

1. अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष वैश्विक स्तर की वित्त व्यवस्था की देखरेख करता है ।

 2. यह विभिन्न देशों की माँग पर वित्तीय और तकनीकी सहायता मुहैया कराता है ।

3. इस कोष के 184 देश सदस्य हैं । 

Q. 3. संयुक्त राष्ट्र संघ की घोषणा पर कब हस्ताक्षर हुए ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

1. धुरी शक्तियों के खिलाफ लड़ रहे 26 मित्र राष्ट्र अटलांटिक चार्टर के समर्थन में वाशिंगटन में मिले । 

2. उसी समय दिसंबर 1943 में संयुक्त राष्ट्र संघ की घोषणा पर हस्ताक्षर हुए । 

Q.4 . संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्यों को लिखिए । 

Ans . संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य : 

1. अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा की स्थापना |

2. विभिन्न राष्ट्रों के मध्य संबंध एवं सहयोग की वृद्धि करना ।

3. शांतिपूर्ण उपायों से अंतर्राष्ट्रीय विवादों को सुलझाना। 

Q.5 . संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रमुख अंग कौन – कौन से है ? 

Ans . 

1. महासभा या आमसभा 

2. सुरक्षा परिषद् 

3. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय 

Q 6. राष्ट्रसंघ ( League of Nations ) की स्थापना कब और क्यों हुई ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

1. संयुक्त राष्ट्र संघ राष्ट्रसंघ का उत्तराधिकारी है और इसकी स्थापना प्रथम विश्वयुद्ध के पश्चात् 1920 में हुई थी । 

2. अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा एवं भविष्य में युद्धों को रोकने के लिए इस संगठन की स्थापना की गई । 

Q7. संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रतीक चिह्न क्या है ? 

Ans . 

1. संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतीक चिह्न में विश्व का मानचित्र बना हुआ है और इसके चारों ओर जैतून की पत्तियाँ हैं ।

2. जैतून की पत्तियाँ विश्व शांति का संकेत करती हैं । 

Q.8 . सुरक्षा परिषद् में कितने सदस्य होते हैं ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

सुरक्षा परिषद् ( Security Council ) : 

सुरक्षा परिषद् संयुक्त राष्ट्र की कार्यपालिका के समान है । इसके 15 सदस्य होते हैं , जिनमें 5 स्थायी सदस्य है – अमेरिका , इंग्लैंड , फ्रांस , चीन और रूस पहले सोवियत संघ इसका स्थायी सदस्य था । परंतु जनवरी 1992 में सोवियत संघ की समाप्ति के बाद यह स्थान रूसी गणराज्य को दे दिया गया । इसके अन्य 10 सदस्य महासभा के द्वारा 2 वर्ष के लिए चुने जाते हैं । भारत कई बार सुरक्षा परिषद् का सदस्य चुना जा चुका है । 

Q. 9. क्या भारत सुरक्षा परिषद् का सदस्य रहा है ? 

Ans . भारत सुरक्षा परिषद् का 6 बार सदस्य चुना जा चुका है । प्रथम बार 1950 में , द्वितीय बार 1967 में तथा तृतीय वार 1972 में , चतुर्थ बार 1977 में , पाँचवीं बार 1984 में , छठी बार 1991 में भारत दो – दो वर्षों के लिए सुरक्षा परिषद् का सदस्य चुना गया था । 

Q10. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय क्या है ? 

Ans . अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय – अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय संयुक्त राष्ट्र का प्रधान न्यायिक अंग है । उसका प्रधान कार्यालय हेग ( हॉलैंड ) में है । अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के 15 न्यायाधीश होते हैं । वे महासभा और सुरक्षा परिषद् द्वारा 9 वर्ष की अवधि के लिए चुने जाते हैं । केवल वे व्यक्ति न्यायाधीश चुने जायेंगे जिन्हें दोनों निकायों ( महासभा और सुरक्षा परिषद् ) में अधिकतम मत मिले हैं । इनमें से कोई भी दो न्यायाधीश एक ही राज्य के राष्ट्रिक नहीं हो सकेंगे । 

9 वर्ष की अवधि के पश्चात् किसी भी न्यायाधीश को पुनः निर्वाचित किया जा सकेगा । न्यायाधीश केवल वही व्यक्ति बन सकेंगे जो अपने – अपने देशों में उच्चतम न्यायिक पदों पर नियुक्त किये जाने की योग्यताएँ रखते हैं ।

Q. 11. अंतर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेंसी ( IAEA ) के क्या कार्य हैं ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

1. अंतर्राष्ट्रीय आण्विक ऊर्जा एजेंसी की स्थापना 1957 में हुई । यह संगठन परमाण्विक ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने और सैन्य उद्देश्यों में इसके इस्तेमाल को रोकन की कोशिश करता है । 

2. इस संगठन के अधिकारी नियमित रूप से परमाण्विक सुविधाओं की जाँच करते हैं ताकि नागरिक परमाणु संयंत्रों का इस्तेमाल सैन्य उद्देश्यों के लिए न हो । 

Q.12. एमनेस्टी इंटरनेशनल क्या है ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

1. यह एक स्वयंसेवी संगठन है जो संपूर्ण विश्व में मानवाधिकारों की रक्षा के लिए अभियान चलाता है । 

2. यह संगठन मानवाधिकारों से संबंधित रिपोर्ट तैयार और प्रकाशित करता है । 

3. उसकी रिपोर्ट से कई सरकारों की किरकिरी हो जाती है , क्योंकि यह उनके दुर्व्यवहार की चर्चा करता है । 

4. महासभा अपना प्रधान एक वर्ष के लिए चुनती है । 

5. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव की नियुक्ति सुरक्षा परिषद् की सिफारिश से महासभा द्वारा की जाती है । 

Q.13 . अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए । 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

1.न्यायालय की शक्तियाँ और कार्य न्यायालय के समक्ष मामलों में केवल राज्य ही पेक्षकार ( Parties ) हो सकेंगे , व्यक्ति नहीं । वे सभी राज्य जो संयुक्त राष्ट्र के सदस्य हैं , न्यायालय में जा सकेंगे । ऐसे राज्य भी अपने मामले न्यायालय में ले जा सकते हैं जो संयुक्त राष्ट्र के सदस्य नहीं हैं । उस स्थिति में उस राज्य को न्यायालय के व्यय का कुछ अंश वहन करना पड़ेगा । 

2. अनिवार्य अथवा बाध्यकर अधिकार क्षेत्र न्यायालय उन विवादों पर विचार करता है जिनमें किसी संधि ( Treaty ) की व्याख्या का प्रश्न निहित है । वह अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की व्याख्या करता है और किसी अंतर्राष्ट्रीय संधि के भंग किए जाने की स्थिति में हानिपूर्ति ( reparation ) की प्रकृति और मात्रा तय करता है । 

3. ऐच्छिक अधिकार क्षेत्र न्यायालय का अधिकार क्षेत्र उन सभी मामलों को लेकर है जो राज्यों या सुरक्षा परिषद् द्वारा उसके समक्ष लाए जाते हैं । जब एक राज्य न्यायालय के समक्ष कोई विवाद लाता है और दूसरा राज्य उस मामले में प्रतिवादी बनना स्वीकार कर लेता है तो यह मान लिया जाता है कि दोनों राज्य अपने झगड़े का न्यायालय द्वारा समाधान चाहते हैं । 

4. सलाहकारी अधिकारी क्षेत्र : महासभा अथवा सुरक्षा परिषद की प्रार्थना पर न्यायालय परामर्श भी देता है । संयुक्त राष्ट्र के विशिष्ट अभिकरण ( Specialized Agencies ) भी कानूनी प्रश्नों पर न्यायालय से सलाहकारी राय देने का अनुरोध कर सकते हैं । 

Q.14 . अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की भूमिका का विवेचन कीजिये? 

Ans . अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ( IMF ) की भूमिका : 

1. यह संगठन वैश्विक स्तर की वित्त व्यवस्था की देखरेख करता है । 

2. यह माँग के आधार पर वित्तीय तथा तकनीकी सहायता मुहैया कराता है । 

3. इस संगठन के 184 देश सदस्य हैं परंतु प्रत्येक सदस्य की सलाह का वजन समान नहीं है । 

4. अग्रणी दस सदस्यों के 55 % मत हैं । ये देश अमरीका , जापान , जर्मनी , फ्रांस , ब्रिटेन , इटली , कनाडा , रूस , सऊदी अरब और चीन हैं ।

5. अकेले अमरीका के पास 17.4 प्रतिशत मताधिकार है । 

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Q. 1. राष्ट्रसंघ ( League of Nations ) क्यों असफल हुआ ? 

Ans . राष्ट्रसंघ की असफलता के कारण : 

1. प्रमुख देशों के प्रतिनिधित्व का अभाव : राष्ट्रसंघ सभी देशों का प्रतिनिधित्व नहीं करता था । स्वयं अमेरिका राष्ट्र संघ में शामिल नहीं था । ब्रिटेन तथा फ्रांस ने सोवियत रूस को राष्ट्रसंघ में प्रवेश की अनुमति नहीं दी । इस प्रकार दो बड़े देशों और अन्य कई देशों के शामिल न होने से राष्ट्रसंघ असफल हुआ । 

2. सेना का अभाव : राष्ट्रसंघ के पास अपनी कोई सेना नहीं थी । वह सदस्य राष्ट्रों पर निर्भर था जो स्वार्थ की वजह से एक – दूसरे का सहयोग नहीं करते थे और सेना की सहायता नहीं करते थे । 

3. संघ के सदस्यों की फासिस्टपक्षी नीति : राष्ट्रसंघ के सदस्य फासिस्टपक्षी नीति के शिकार थे । जब 1931 ई . में जापान , इटली तथा जर्मनी की शक्ति बढ़ रही थी और युद्ध की संभावना बढ़ गई तो सोवियत संघ रूस को खतरे में डालने के लिए इन तीनों को फ्रांस , ब्रिटेन और अमरीका ने बढ़ावा दिया । बाद में इनमें झगड़ा शुरू हो गया और वे राष्ट्र को भूल गये । 

4. बड़े राष्ट्रों का अधिकार : राष्ट्रसंघ में बड़े राष्ट्रों ( फ्रांस , ब्रिटेन ) को अधिक अधिकार प्राप्त थे जबकि छोटे राष्ट्रों की उपेक्षा की गई । बड़े राष्ट्रों की समस्यायें बढ़ गई जिसको राष्ट्रसंघ हल न कर सका । 

Q. 2. विश्व शांति बनाये रखने में संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका का विवेचन कीजिए । 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

विश्व शांति बनाए रखने में संयुक्त राष्ट्र संघ की भूमिका : विश्व में शांति स्थापना में संयुक्त राष्ट्र संघ की अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है । 

1. इसने विश्व की राजनीतिक समस्याओं का समाधान करके उनके बीच युद्ध को टालने का प्रयत्न किया है । इसने नहर स्वेज , कश्मीर समस्या , सोवियत संघ , कोरिया , वनमुला , कांगो , वियतनाम की समस्याओं का अत्यंत शांतिपूर्ण ढंग से समाधान किया है । 

2. संयुक्त राष्ट्र संघ में हथियारों की बढ़ती हुई होड़ को दूर करने का प्रयत्न किया है । 

3. संयुक्त राष्ट्र संघ के अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने बहुत से कानून विवादों को शांत किया है ।

4. इस विश्व की संस्था ने साम्यवादी तथा पूँजीवादी गुटों को समाप्त किया है और शीतयुद्ध को समाप्त किया है। 

5. अरब देशों की समस्याओं को इसने काफी कुशलता के साथ सुलझाया है । इजराइल – फिलिस्तीन की सीमा संबंधी समस्याओं को सुलझाने में यह संलग्न है । इस संस्था ने बहुत से दुर्बल देशों की रक्षा की है । उसने इराक की नीति को बड़ी कुशलता के साथ दबाया है । 

6. संयुक्त राष्ट्र संघ ने बहुत – सी प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित देशों के ठीक समय पर सहायता की है । विश्व के एकीकरण में सं . रा . संघ ने बहुत से सराहनीय कार्य किए हैं । 

Q.3 . संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत द्वारा निभाई गई भूमिका का उल्लेख कीजिए । 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत द्वारा निभाई गई भूमिका : भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में अत्यंत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है । इसका वर्णन निम्न प्रकार से किया जा सकता है :-

1. संयुक्त राष्ट्र संघ का भारत प्रारंभ से सदस्य है । उसके चार्टर ( संविधान ) के निर्माण में भारत का सक्रिय योगदान रहा है । 

2. भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ के माध्यम से शीतयुद्ध का डटकर विरोध किया है तथा इसे समाप्त कराके ही दम लिया है । 

3. भारत ने संयुक्त संघ को समय – समय पर भारी आर्थिक सहायता प्रदान की है । वह तीसरे नंबर का आर्थिक अनुदान देने वाला देश है । 

4. निशस्त्रीकरण के क्षेत्र में भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ को भारी सहायता की है ।

5. भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा चलाई गई योजनाओं की सदय समयन किया है । 

6. भारत का विश्व शांति स्थापना में भारी योगदान रहा है । 

Q.4 . मानवाधिकार का क्या अर्थ है ? भारत मानवाधिकारों का प्रबल समर्थक क्यों है ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

मानवाधिकार संयुक्त राष्ट्र की स्थापना का उद्देश्य केवल विश्व शांति की स्थापना करना ही नहीं था बल्कि इसके साथ – साथ मानव की उन्नति व विकास के लिए आवश्यक अधिकारों को दिलाना भी था ।

 इस कार्य के लिए संयुक्त राष्ट्र की आर्थिक व सामाजिक परिषद् ने 1946 ई . में मानव अधिकारों की समस्या को लेकर एक आयोग की नियुक्ति की । इस आयोग की रिपोर्ट के अनुसार संयुक्त राष्ट्र की महासभा ने 10 दिसंबर , 1948 ई . को मानव अधिकारों का घोषणा पत्र ( Charter of Human Rights ) स्वीकार किया । 

इस घोषणा पत्र के द्वारा संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों की सरकारों से यह उपेक्षा की जाती है कि वे अपने नागरिकों के अधिकारों का आदर करेगी । मानव अधिकार वे अधिकार हैं जो कि मानव होने के नाते अवश्य ही प्राप्त होने चाहिए । ये अधिकार प्रत्येक व्यक्ति , जाति , धर्म , भाषा के भेदभाव के बिना मिलने चाहिए । 

भारत मानव अधिकारों का प्रबल समर्थक है । इसके तीन प्रमुख कारण निम्न हैं :

1. भारत का यह मानना है कि आधुनिक युग में कोई भी स्वतंत्र व लोकतांत्रिक देश मानव अधिकारों के बिना न तो प्रगति कर सकता है और न ही उस देश में शांति स्थापित की जा सकती है । 

2. मानव अधिकार ऐसे अधिकार हैं जो कि मानव की उन्नति व प्रगति के लिए अति आवश्यक व महत्त्वपूर्ण हैं । 

3. भारत विश्व शांति तथा मानवता के उत्थान में विश्वास रखता है , इसलिए मानव अधिकार का प्रबल समर्थक है । 

Q.5 . संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से भारत को क्या लाभ हुए हैं ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से भारत को लाभ : संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से भारत को विभिन्न क्षेत्रों में अनेक लाभ हुए हैं । विश्व स्वास्थ्य संघ की सदस्यता के कारण भारतीयों को स्वास्थ्य की रक्षा के लिए अनेक सुविधायें प्राप्त हुई । 

भारत में पेनसिलिन बनाने का कारखाना इसकी मदद से खोला गया । टी . बी . की रोकथाम के लिए बी.सी.जी. के टीके उपलब्ध हुए । इसके अतिरिक्त लगभग बीस हजार डॉलर की सहायता स्वास्थ्य संबंधी कार्यों के लिये प्राप्त हुए । 

यूनेस्को से शिक्षा संस्कृति और विज्ञान के क्षेत्र में उन्नति करने के लिए जो विशेष सहायता मिली है , वह इस क्षेत्र में हमारी प्रगति को आगे बढ़ाने में विशेष सहायक हुई है । 

इसकी सहायता में भारतीय विद्यार्थियों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए विदेशों में जाने और विदेशी विद्यार्थियों को भारत में आने की सुविधायें दी गयी हैं । जोधपुर में यूनेस्को की सहायता से सेन्ट्रल ग्रिड जोन रिसर्च इन्स्टीट्यूट ( Central Grid Zone Research Institute ) की स्थापना की गई है , जिसमें बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के उपायों पर काम हो रहा है । 

इसी प्रकार से अनेक संस्थायें यूनेस्को की सहायता से विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही हैं । विश्व बैंक द्वारा कई सौ करोड़ रुपयों की सहायता विकास कार्यों के लिये मिली है । अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष विनिमय की व्यवस्था करता है जिसमें हमारे विदेशी व्यापार को बहुत अधिक प्रोत्साहन मिलता है । 

संयुक्त राष्ट्र विश्व शिशु आपात कोप ( UNICEF ) द्वारा भारत में बाल कल्याण के लिये सन् 1964 में 77300 डॉलर सहायता के रूप में मिले । तब WVJद पुनातिया यथा जनसहार , गृहयुद्ध , जातीय संघर्ष , आतंकवाद , परमाण्विक प्रसार , जलवायु में परिवर्तन , पर्यावरण की हानि और महामारी उपस्थित हुई हैं । 

Q. 6. संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद् की सदस्यता के लिए क्या – क्या नये मानदंड सुझावों से आये हैं ? 

Ans . सुरक्षा परिषद् की सदस्यता के नये मानदंड : 

1. किसी सदस्य राष्ट्र को बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में स्थापित होना चाहिए । 

2. उसे सैनिक दृष्टि से ताकतवर होना चाहिए जिससे वह बड़े से बड़े युद्धों का सामना कर सके । 

3. उस देश को लोकतंत्र और मानवाधिकारों को सम्मान देने में अग्रणी होना चाहिए ।

4. संयुक्त राष्ट्रसंघ के बजट में उसका अधिक से अधिक योगदान होना चाहिए । 

5. उसकी जनसंख्या विशाल होनी चाहिए । की दृष्टि 6. सुरक्षा परिषद् की सदस्यता के लिए उस देश को अपने भूगोल , अर्थव्यवस्था और संस्कृति से विश्व की विविधता का नेतृत्व करना चाहिए । 

Q . 7. विश्व बैंक ( World Bank ) के प्रमुख कार्य बताइए । 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

विश्व बैंक के कार्य : 

1. द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात् विश्व के विभिन्न देशों की पर्याप्त बर्बादी हुई थी । उन देशों के पुनरुद्धार के लिए 1945 ई . में विश्व बैंक की स्थापना हुई । 

2. इस बैंक का कार्यक्षेत्र विकासशील देश है और उनके विकास के लिए यह धन उपलब्ध कराता है । 

3. यह बैंक मानवीय विकास ( शिक्षा , स्वास्थ्य ) , कृषि और ग्रामीण विकास ( सिंचाई और ग्रामीण सेवायें ) के कार्य करता है ।

2. कोई राष्ट्र अपने नागरको को 3. मानवार की स्थापना कार्य 19 जून , 2000 में सक्रिय से होगा ।

Q. 8. संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत का क्या स्थान है ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

संयुक्त राष्ट्र में भारत का स्थान संयुक्त राष्ट्र में भारत के योगदान के कारण उसे बहुत सम्मान मिला है । उसकी विभिन्न एजेंसियों व आयोगों में भारत का स्थान महत्त्वपूर्ण रहा है । 

श्रीमती विजय लक्ष्मी पंडित सं . रा . की महासभा ‘ जनरल असेम्बली ‘ की अध्यक्ष चुनी गई , इसकी आर्थिक व सामाजिक परिषद् के पाँचवें अधिवेशन के अध्यक्ष भारत के श्री रामारवागी मुदालियार चुने गये और 1962 में भारत इसका सदस्य चुना गया । 

सन् 1957 में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन की अध्यक्ष श्रीमती राजकुमारी अमृतकौर बनी यूनेस्को की कार्य समिति का अध्यक्ष पद डॉ . सर्वपल्ली राधाकृष्णन तथा श्री लक्ष्मी स्वामी मुदालियर ने सुशोभित किया और यूनेस्को का नौवा अधिवेशन भारत में हुआ

 जिसकी अध्यक्षता स्व . अब्दुल कलाम आजाद ने की वित्तमंत्री श्री देशमुख की अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का अध्यक्ष नियुक्त किया गया । 

अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के न्यायाधीश के पद पर स्व . श्री श्री . राव नियुक्त हुए भारत जनसंख्या आयोग व मानव अधिकारों के आयोग का सदस्य चुना गया । 

इसके अतिरिक्त अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन सं . रा . का द्वितीय व्यापार और विकास सम्मेलन ( UNCTAD ) भारत की राजधानी नई दिल्ली में हुआ और भी कितनी ही गोष्टियों को भारत में आयोजित करने गौरव हमें प्राप्त हुआ ।

संयुक्त राष्ट्र संघ ने ईरान और इराक के बीच आठ वर्षों से चले आ रहे युद्ध को 1988 ई . में समाप्त करवा कर एक और सफलता प्राप्त की । 

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ( LONG ANSWER TYPE QUESTIONS ) Class 12 political Science ch 6 importants question

Q1.संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के प्रमुख उद्देश्य क्या थे ? संयुक्त राष्ट्र और इसके अंगों के प्रमुख कार्यों का वर्णन कीजिए ।

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

संयुक्त राष्ट्र एक ऐसी अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जिसकी स्थापना युद्धों को रोकने , आपसी शांति और भाईचारा स्थापित करने तथा जनकल्याण के कार्य करने के लिए की गई है । आजकल संसार के छोटे – बड़े लगभग 192 देश इसके सदस्य हैं । इस संस्था की विधिवत स्थापना 24 अक्टूबर , 1945 ई . को हुई थी । 

इस संस्था का मुख्य कार्यालय न्यूयार्क , अमेरिका में है 

उद्देश्य ( Aims ) : 

1. अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना ।

2. भिन्न – भिन्न राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बन्धों को बढ़ावा देना । 

3. आपसी सहयोग द्वारा आर्थिक , सामाजिक , सांस्कृतिक तथा मानवीय ढंग की अंतर्राष्ट्रीय मस्याओं को हल करना । 

4. ऊपर दिये गये हितों की पूर्ति के लिए भिन्न – भिन्न राष्ट्रों की कार्यवाही में तालमेल करना । 

संयुक्त राष्ट्र का संगठन ( Organization of the United Nations ) : 

1. साधारण सभा या महासभा ( General Assembly ) : यह सभा संयुक्त राष्ट्र का अंग है । इसमें सब सदस्य राष्ट्रों के प्रतिनिधि सम्मिलित होते हैं । संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश इसके भी सदस्य हैं । प्रत्येक सदस्य राष्ट्र 5 प्रतिनिधि भेज सकता है , परंतु उनका वोट एक ही होता है । इसका अधिवेशन वर्ष में एक बार होता है । 

कार्य ( Functions ) : 

( i ) यह सभा शांति तथा सुरक्षा कार्यों पर विचार करती है । 

( ii ) यह भा संयुक्त राष्ट्र का बजट पास करती है । 

( iii ) महासभा संयुक्त राष्ट्र के बाकी सब अंगों के स्यों का चुनाव करती है ।POLITICAL SCIENCE – XII ( PART – A ) 137 इसके सदस्य हैं 

2. सुरक्षा परिषद् ( Security Council ) : यह परिषद् संयुक्त राष्ट्र की कार्यकारिणी है । कुल 15 सदस्य होते हैं , जिनमें 5 स्थायी सदस्य हैं और 10 अस्थायी । 5 स्थायी चुनाव सभा द्वारा 2 वर्ष के लिए किया जाता है । 

( i ) अमेरिका , ( ii ) रूस , ( iii ) इंग्लैंड , ( iv ) फ्रांस , ( v ) साम्यवादी चीन । 

अस्थायी सदस्यों का सुरक्षा परिषद के भी और देश अपनी कार्य ( Functions of Security Council ) : 

( i ) यह परिषद् विश्व रख सकता है । 

( ii ) यह झगड़ों का निर्णय करती है यदि उचित समझे तो किसी भी देश के में शांति स्थापित करने के लिए जिम्मेदार है । कोई शिकायत इस परिषद् के सामने न्यायालय के जजों को नियुक्त करती है । विरुद्ध सैनिक शक्ति का प्रयोग कर सकती है । 

( iii ) साधारण सभा के सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय 

3. आर्थिक तथा सामाजिक परिषद् ( Economic and Social Council ) : इस परिषद् के 27 सदस्य होते हैं जो साधारण सभा के द्वारा 3 वर्ष के लिए चुने जाते हैं । इनमें से एक – तिहाई सदस्य हर वर्ष टूट जाते हैं । उनके स्थान पर नये सदस्य चुन लिए जाते हैं । स्वास्थ्य सम्बन्धी मामलों पर विचार करती है ।

कार्य ( Function ) : 

यह परिषद् अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक , सामाजिक , सांस्कृतिक , शैक्षिक और 

4. संरक्षण परिषद् ( Trusteeship Council ) : यह परिषद् उन प्रदेशों के शासन की देखभाल करती है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने अन्य देशों के संरक्षण में रखा हो । इसके अतिरिक्त यह इस बात का भी प्रयत्न करती है कि प्रशासन चलाने वाले देश इन प्रदेशों को हर करके स्वतंत्रता के योग्य बना दें । 

कार्य ( Functions ) : 

संरक्षण परिषद् समय – समय पर संरक्षित इलाकों की उन्नति का अनुमान लगाने के लिए मिशन भेजती है ।

5. अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ( International Court of Justice ) : यह न्यायालय संयुक्त राष्ट्र संघ का प्रमुख न्यायिक अंग है । इस न्यायालय के 15 न्यायाधीश होते हैं जो साधारण सभा तथा सुरक्षा परिषद् द्वारा 9 वर्षों के लिए चुने जाते हैं । यह न्यायालय संयुक्त राष्ट्र के भिन्न – भिन्न अंगों द्वारा उनकी समाजसेवी संस्थाओं को न्यायिक परामर्श भी देता है । 

कार्य ( Functions ) :

यह न्यायालय उन झगड़ों का फैसला करता है जो भिन्न – भिन्न देश उसके सामने पेश करते हैं । 

सचिवालय ( Secretariat ) : यह संयुक्त राष्ट्र का मुख्य कार्यालय है । इसका सबसे वड़ा अधिकारी महासचिव ( Secretary General ) होता है जिसको सुरक्षा परिषद् की सिफारिश पर साधारण सभा नियुक्त करती है । यह संयुक्त राष्ट्र का मुख्य प्रबन्धक होता है । उसके अधीन दफ्तर के लगभग 6000 कर्मचारी काम करते हैं जो भिन्न – भिन्न देशों के होते हैं । 

कार्य ( Functions ) : 

संयुक्त राष्ट्र के सचिवालय का प्रमुख कार्य सारे विश्व में फैले संयुक्त राष्ट्र के अंगों की शाखाओं का प्रवन्ध करना है और उनकी आर्थिक एवं अन्य आवश्यकताओं को पूरा करना है 

Q.2 . संयुक्त राष्ट्र में भारत की भूमिका पर एक लेख लिखें । 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की भूमिका ( Role of India in United Nations ) : संयुक्त राष्ट्र की स्थापना 1945 में विश्व शांति व सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी । भारत 1945 से ही संयुक्त राष्ट्र का सदस्य है , इस प्रकार भारत को संयुक्त राष्ट्र का मौलिक सदस्य कहा जा सकता है । भारत का संयुक्त राष्ट्र के मूलभूत उद्देश्यों में अटूट विश्वास रहा है । 

इसीलिए भारतीय संविधान में इसके उद्देश्यों को ग्रहण करते हुए कहा गया है कि ” विश्व – शांति व अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रति बढ़ावा देने भारतीय नीति वाली नीति का स्पष्ट करते पालन करेगा । ” श्री जवाहर लाल हुए कहा था कि भारत का संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रति व्यवहार पूर्ण सहयोग वाला रहेगा और भारत इसकी समस्त गतिविधियों में पूरी तरह भाग लेगा ।  का एक प्रमुख दावेदार है । 

परंतु वर्तमान स्थायी सदस्य इस बात पर सहमत नहीं हो पाते कि स्थायी सदस्यता किस – किस देश को दी जाए । यह मागला कई वर्षों से लटका हुआ है और सितंबर , 2005 के महासभा के वार्षिक अधिवेशन में भी कोई निर्णय नहीं हो पाया है । 

निष्कर्ष ( Conclusion ) रूप में हम कह सकते हैं कि भारत का संयुक्त राष्ट्र में दृढ़ विश्वास रहा है तथा भारत ने इसको सुदृढ़ में विकसित करने में भरसक प्रयास किए है । भारत का गुटनिरपेक्ष राष्ट्रों के नेता के रूप में उत्तरदायिल और भी बढ़ गए हैं । 

Q.3 . भारत को संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से क्या लाभ है ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

भारत को संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से लाभ ( Benefits to India from the Membership of Unted Nations ) संयुक्त राष्ट्र एक अंतर्राष्ट्रीय संस्था है जो अपने सदस्यों को लाभ पहुँचाती बल्कि उन देशों के सामाजिक , आर्थिक विकास में भी योगदान देती है जो इसके सदस्य नहीं है । 

किसी भी देश में जब कोई प्राकृतिक संकट जाता है , चाहे वह अकाल का हो , भूकंप का हो , बाढ़ का हो , ज्वालामुखी के फटने से उत्पन्न तबाही का हो , रेल दुर्घटना का हो या युद्ध के कारण अशांति का हो , संयुक्त राष्ट्र सभी सदस्य राष्ट्रों को उसके समाधान में योगदान देने की अपील करता है और यह विश्व के सामाजिक – आर्थिक विकास के प्रयत्न करता है । इसे मजबूत बनाकर प्रत्येक सदस्य अप्रत्यक्ष रूप से अपनी ही सहायता करता है । 

इसकी सदस्यता से सभी देशों को लाभ पहुंचता है और भारत को भी संयुक्त राष्ट्र से बहुत लाभ प्राप्त हुए हैं । ये लाभ मुख्य रूप से निम्नलिखित है 

1. भारत सबसे बड़े परिवार का सदस्य है ( India is the Member of the Largest Family ) जिस प्रकार कोई व्यक्ति अन्य व्यक्तियों के बिना अकेला नहीं रह सकता , अपनी आर्थिक व मानसिक परिस्थितियों के कारण उसी प्रकार एक देश भी अन्य देशों से अलग – थलग नहीं रह सकता । 

2. सामाजिक – आर्थिक विकास में सहायता ( Help in Socio – Economic Develop . ment ) संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से भारत को अपने सामाजिक – आर्थिक विकास में बहुत सहायता मिलती है और मिल रही है । भारत को विश्व बैंक तथा अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष से वित्तीय सहायता भी मिली है और ऋण भी , जिससे भारत ने आर्थिक विकास के लिए विभिन्न योजनाओं पर काफी खर्च किया है । 

3. भारत अपनी प्रादेशिक अखंडता तथा स्वतंत्रता की रक्षा के प्रति निश्चित ( India is Confident of Protection of its Territorial Integrity and Liberty ) संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से भारत अपनी प्रादेशिक अखंडता , स्वतंत्रता , प्रभुसत्ता की रक्षा के प्रति भी आश्वस्त 2₂ रहता है । 

इसका यह अर्थ नहीं कि भारत ने अपनी रक्षा व्यवस्था का उत्तरदायित्व संयुक्त राष्ट्र के होते हुए कोई देश किसी अन्य देश पर आसानी से आक्रमण नहीं कर सकता और सुरक्षा परिषद् अपने सदस्य राष्ट्रों की प्रादेशिक अखंडता की सुरक्षा के कदम उठा सकती है ।  

4. अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रों में सम्मान ( Prestige in International Field ) संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता से भारत को अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्र में सम्मान मिला है , दूसरे देशों में उसका मान बढ़ा है । संयुक्त राष्ट्र की महासभा , सुरक्षा परिषद् , विश्व न्यायालय , यूनेस्को , अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन गों तथा एजेंसियों का अध्यक्ष अथवा सदस्य रहा है , 

Q. 4. संयुक्त राष्ट्र में सुधारों की आवश्यकता पर लेख लिखें । 

और 

सुरक्षा परिषद में सुधारों की माँग के संबंध में क्या सुझाव दिए जा रहे हैं ? 

Ans . Class 12 political Science ch 6 importants question

संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों की संख्या में वृद्धि ( Increase in the Membership of the United Nations ) जन संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई तो इसके चार्टर सदस्यों को संख्या 51 की और उनमें यूरोप , उत्तरी अमेरिका और दूसरे स्वतंत्र देशों की संख्या अधिक थी । 

इस समय इस पर अमेरिकन गुट का प्रभाव था । 1950 के बाद एशिया , अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के सैकड़ों देशों में निउपनिवेशवाद की प्रक्रिया आरंभ हुई और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद में देश भी संयुक्त राष्ट्र की सदस्यता प्राप्त करते रहे । 

1990 तक लगभग सभी परतंत्र देश स्वतंत्र हो गए और कुछ देश ही जिनकी कुल जनसंख्या 7.87.095 थी , स्वतंत्र होने बाकी रह गए थे । अतः 1995 तक संयुक्त राष्ट्र की संख्या 185 तक पहुंच गई और आज यह 193 है । 1960 तक संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकन गुट का बहुमत था और सुरक्षा परिषद् में भी इस गुट के चार स्थायी सदस्य ( अमेरिका , इंग्लैंड , फ्रांस , राष्ट्रवादी चीन ) थे । 

1960 में यह बहुमत समाप्त हो गया जबकि 100 की सदस्यता वाली महासभा में अमेरिकन गुट के कुल 46 सदस्य रह गए । इसके बाद जो भी देश स्वतंत्र होकर संयुक्त राष्ट्र के सदस्य बने उनमें से अधिकतर ने किसी गुटबंदी में सम्मिलित होने की बजाए गुटनिरपेक्ष रहना पसंद किया और संयुक्त राष्ट्र में गुटनिरपेक्ष आंदोलन का प्रभाव बढ़ने लगा तथा आज गुटनिरपेक्ष देशों की संख्या 116 है । 

संयुक्त राष्ट्र की कार्यप्रणाली तथा सुरक्षा परिषद की रचना में सुधार की माँग तथा सुधार संबंधी सुझाव ( Demand of Reform in the Working of United Nations and Composition of Security Council and Proposals of Reforms ) – 1990 के बाद से ही संयुक्त राष्ट्र की कार्यप्रणाली तथा सुरक्षा परिषद् की रचना स्थायी सदस्यों की वीटो शक्ति की आलोचना शुरू हुई है और इनमें सुधारों की माँग उठी है । 

यह माँग निम्नलिखित कारणों पर आधारित है :- 

1. संयुक्त राष्ट्र पर महाशक्तियों का प्रभुत्व है और इसने विश्व की प्रतिनिधि संस्था के रूप में कार्य करने की बजाय महाशक्तियों के विचारों तथा योजनाओं को व्यक्त करने के माध्यम के रूप में कार्य किया है । 

2. संयुक्त राष्ट्र को लोकतांत्रिक रूप से काम करना चाहिए और विकसित देशों के हितों की पूर्ति के लिए काम न करके , भूमंडलीय आर्थिक विकास की चुनीतियों को ध्यान में रखते हुए सभी देशों के लोगों की उभरती हुई आकांक्षाओं तथा आवश्यकताओं का प्रतिनिधित्व करना चाहिए । 

3. यह भी कहा जाता है कि सुरक्षा परिषद् तथा महासभा अर्थात् संयुक्त राष्ट्र अपनी कार्यप्रणाली में भेदभाव करता है । 

4. Class 12 political Science ch 6 importants question:- विश्व बैंक तथा अंतर्राष्ट्रीय मुद्राकोष पर विकसित देशों का नियंत्रण है और ये संस्थाएँ वित्तीय सहायता प्रदान करने में भेदभाव करती हैं ।कर ले कि उसने अपना सामाजिक आर्थिक विकास अपने स्वयं के प्रयत्नों से करना है और विदेशी सहायता बिना पूर्व शर्तों के ही स्वीकार उपनिवेशवादी प्रवृत्ति समाप्त होने लगती है । 

FAQ
संयुक्त राष्ट्र संघ की संयुक्त राष्ट्र संघ के परिषद् मे कब हुई?

इसकी स्थापना प्रथम विश्वयुद्ध के पश्चात् 1920 में हुई थी । 

संयुक्त राष्ट्र संघ के परिषद् मे कितने सदस्य होते हैं?

संयुक्त राष्ट्र संघ के परिषद् मे 27 सदस्य होते हैं।