इस आर्टिकल में आपको धनबाद के सबसे प्रसिद्ध आईपीएस Randhir Prasad Verma biography in Hindi में जानकारी देने जा रहे हैं कि किस तरह से इन्होंने धनबाद में अपने कार्य को किया है कौन-कौन से सफलताएं हासिल की है इन सब बातों के बारे में आपको इस आर्टिकल में जानकारी मिल जाएगी।
हम अपने इस आर्टिकल में आपको जांबाज रणधीर वर्मा जी के बारे में बताएं कि किस तरह से उन्होंने धनबाद के बैंक लुटेरे का सामने किया और उन्हें अपने हिरासत में लिया यह बहुत ही अच्छे आईपीएस है अपने सारे कार्यों को काफी सूझबूझ और सरलता के साथ करते हैं इसी से संबंधित कुछ जानकारी आपको नीचे दी जाने वाली है
रणधीर वर्मा जी के परिवार और कैरियर से संबंधित सारी जानकारी दी जाने वाली है साथ ही उन्होंने किस तरह से मेहनत करके इस उपलब्धि को हासिल किया है इस बारे में भी आपको हमारे आर्टिकल में बताया जाएगा इनके बारे में सोशल मीडिया पर इतनी जानकारी उपलब्ध नहीं है।
लेकिन हम अपनी इस आर्टिकल में उनसे जुड़ी सभी जानकारियों को आपके सामने रखेंगे ताकि यदि आपको आईपीएस के बारे में कुछ जानकारी हासिल करनी हो तो हमारे आर्टिकल के जरिए आपको उनके बारे में पता चल सके साथ ही उनकी जीवनी के बारे में भी आपको पता चल सके इसलिए हमारे आर्टिकल को ध्यान से पढ़ें।
रणधीर वर्मा जी का जीवन परिचय | Randhir Prasad Verma biography in Hindi
रणधीर वर्मा जी एक जांबाज आईपीएस ऑफिसर थे साथ ही उन्होंने धनबाद में कुछ बैंक लुटेरों का भी डटकर सामना किया था धनबाद के हीरापुर के एक बैंक बैंक ऑफ़ इंडिया ब्रांच में जब कुछ आतंकवादी बैंक को लूटने के लिए अंदर घुसे तो वहां के आईपीएस अधिकारी रणधीर वर्मा जी को जैसे ही यह बात पता चली तो ये अपने छोटे से टीम को लेकर वहां पहुंच जाते हैं और साथ ही बाकी थानों में भी खबर पहुंचाते हैं लेकिन सबसे पहले रणधीर वर्मा जी ही वहां पर पहुंचते हैं और इन आतंकवादियों का सामना करते हैं।
रणधीर वर्मा के वहां पर जाते ही सभी आतंकवादियों को अपने कब्जे में कर लिया और उन्हें अपने हिरासत में ले लिया इसको देखते हुए हम यह कह सकते हैं कि यह कितने समझदार और अच्छे आईपीएस अधिकारी हैं जो अपनी सूझबूझ से सभी परेशानियों को हल करने का सामर्थ्य रखते हैं।

नाम | रणधीर वर्मा जी |
पूरा नाम | रणधीर वर्मा जी |
जन्म | 3 जनवरी सन् 1952 |
जन्म स्थान | बिहार के सुपौल जिले के जगतपुर में |
उम्र | 74 साल |
पिता का नाम | N/A |
भाई का नाम | N/A |
बहन का नाम | N/A |
पत्नी का नाम | प्रो. रीता वर्मा |
मृत्यु, पुण्यतिथि | n/a |
पुरस्कार: | अशोक चक्र |
शिक्षा | पटना कॉलेज |
रणधीर प्रसाद वर्मा का परिवार | Family of Randhir Prasad Verma
अगर यदि हम रणधीर वर्मा जी के परिवार से संबंधित बात करें तो उनके परिवार के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है लेकिन यह पता चला है कि उनकी एक पत्नी थी जिनका नाम रीता वर्मा था उनका एक छोटा सा परिवार था जिनके साथ में खुश रहा करते थे उनके माता-पिता और भाई बहनों के बारे में किसी प्रकार की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है साथ ही सोशल मीडिया पर भी यदि आप इसके बारे में सर्च करेंगे तो आपको उससे संबंधित कोई जानकारी प्राप्त नहीं होगी।

लेकिन रणधीर प्रसाद वर्मा जी की पत्नी रीता वर्मा जी थी जो कि एक हाउसवाइफ थी और इसके साथ ही वह बाहर काम भी किया करती थी और अपने परिवार का ख्याल भी रखती थी दोनों ने दूसरे के साथ काफी खुश रहते थे और एक दूसरे के साथ समय बिताते थे वह कभी कभी बाहर भी घूमने के लिए जाया करते थे रणधीर प्रसाद वर्मा जी का छोटा सा परिवार था जिसके साथ में हंसी खुशी अपनी जिंदगी बिता रहे थे।
रणधीर वर्मा जी का कैरियर | Career of Randhir Verma
रोज की तरह रणधीर वर्मा जी भी नाश्ता करने के लिए बैठे थे और तभी यह खबर मिलती है कि धनबाद हीरापुर बैंक ऑफ इंडिया में कुछ अपराधी बैंक को लूटने के लिए मकसद से गुस्से हैं तभी वह जल्दी से अपने नाश्ते पर से उठ कर बैंक की और अपनी टीम के साथ रवाना होते है तब तक उन्हें यह पता भी नहीं था कि आतंकवादी कहां के हैं साथ ही उनके पास कौन-कौन से हथियार है इस बात के बारे में भी वर्मा जी को कोई जानकारी प्राप्त नहीं थी |
रणधीर वर्मा जी बगैर समय गवाएं अपनी छोटी सी टीम को लेकर बैंक ऑफ इंडिया की तरफ चल दिए और निकलते के साथ ही उन्होंने बाकी थाने में भी इस बात की खबर पहुंचा दी रणधीर प्रसाद वर्मा जी ने देरी ना करते हुए सीधे अपने रिवाल्वर के साथ बैंक के अंदर घुसे और आतंकवादियों पर फायरिंग शुरू कर देते हैं उन्हें इस बात की खबर नहीं थी कि आतंकवादियों के पास AK47 है ।

लेकिन फिर भी वह उन आतंकवादियों का सामना करते रहे और धनबाद के जांबाज आईपीएस उस दिन शहीद हो गए लेकिन उन्होंने जाते-जाते भी कई खालिस्तान आतंकवादियों का खात्मा कर दिया रणधीर वर्मा जी का निधन भी उसी दिन हुआ जिस दिन का जन्मदिन था जन्मदिन और पुण्यतिथि दोनों एक ही दिन हो गए।
रणधीर वर्मा जी द्वारा किए गए कार्य | Work done by Randhir Verma
रणधीर वर्मा जी ने आईपीएस बनने के लिए बहुत कड़ी मेहनत की थी और आईपीएस बनते के साथ ही उन्होंने अपने जिम्मेदारियों को समझा और झारखंड के और अपना कर्तव्य निभाया अपना कर्तव्य करते करते ही वह शहीद भी हो गए शहीद होना हर एक पुलिस ऑफिसर, इंडियन आर्मी और आईपीएस के लिए काफी गर्व की बात होती है क्योंकि वह अपने देश की सेवा करते करते शहीद होते हैं।
यह अपने दुश्मनों का काफी डटकर सामना करते थे और उन्हें हराने का सामर्थ्य भी रखते थे यह अपनी चिंता न करते हुए पहले अपनी देश की जनता को बचाते हैं और उनकी और अपना पहला कर्तव्य निभाते हैं इनके बारे में सोशल मीडिया पर इतनी जानकारी नहीं है लेकिन जितनी भी जानकारी है वह आपके सामने इस प्रकार से दी जा चुकी है।
FAQs
Q. रणधीर प्रसाद का जन्म कहां हुआ?
रणधीर प्रसाद का जन्म बिहार के सुपौल जिले के जगतपुर में हुआ|
Q. रणधीर प्रसाद को किस अवार्ड से नवाजा गया?
रणधीर प्रसाद को अशोक चक्र से नवाजा गया|