आज हम अपने इस आर्टिकल में आपको झारखंड के रहने वाले एक क्रिकेटर Saurabh Tiwary Biography in Hindi के बारे में बताने जा रहे हैं कि किस तरह से उन्होंने इस फील्ड में अपना नाम बनाया है और किस तरह से उनकी पहले की जिंदगी रह चुकी है इन सभी बातों के बारे में हम आपको इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
सौरभ तिवारी एक बहुत ही अच्छे क्रिकेटर हैं जिनके बारे में पूरे भारत में चर्चा है और हम इसी क्रिकेटर से संबंधित जानकारी आपके सामने रखने जा रहे हैं उनका जन्म झारखंड में हुआ था उन्होंने झारखंड से अपने करियर की शुरुआत की थी और देखते-देखते कम समय में बहुत कुछ हासिल कर लिया था ।
सौरभ तिवारी भारत के एक भारतीय क्रिकेटर है और आज हम अपने इस आर्टिकल में सौरभ तिवारी जी का जीवन परिचय उनके करियर और भी चीजें हैं उनके बारे में हम अपने इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं इन सभी बातों के साथ उनकी क्रिकेट के बारे में भी जानने का प्रयास करेंगे।
यदि सौरभ तिवारी जी के करियर के बारे में बात करें तो उन्होंने अपने सबसे पहला क्रिकेट 2010 में खेला था और यही से उन्होंने अपने करियर की शुरुआत कर दी थी फिर उन्हें वनडे क्रिकेट में दो बार मैच खेलने का मौका मिला।
सौरभ तिवारी का जीवन परिचय | Saurabh Tiwary Bography in Hindi
- झारखंड की सबसे मशहूर क्रिकेटर का नाम सौरभ तिवारी जिनके बारे में पूरी धनबाद में चर्चा इनके पिता जी का नाम सुनील तिवारी जी है सौरभ तिवारी जी का जन्म जमशेदपुर झारखंड में हुआ था इनकी एक पत्नी भी थे जिनका नाम निकिता मिश्रा था और वे अपनी पत्नी से बहुत प्यार करते थे दोनों एक दूसरे के साथ हंसी-खुशी अपना जीवन बिताते थे इनकी सबसे प्रमुख भूमिका बल्लेबाजी थी और यह बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते थे।
- घरेलू टीम में सौरभ तिवारी जी झारखंड के टीम से खेलते थे साथ ही 2008 में मलेशिया में जो क्रिकेट खेली गई थी अंडर-19 विश्व कप की टीम मैं यह खिलाड़ी अहम भूमिका निभाते हुए नजर आए थे भारत में साल 2008 में अंडर-19 विश्व कप पर कब्जा भी जमाया था और इस टूर्नामेंट में सौरभ तिवारी के बल्ले से कुल 114 रन निकले थे जिससे लोग काफी खुश होते हैं और उनकी पूरी तारीफ कर रहे थे।
- इस वनडे कप के बाद सौरभ तिवारी जी ने झारखंड का नाम रोशन कर दिया था पूरे झारखंड के वासी इनसे बहुत खुश थे और साथ ही वे चाहते थे कि यह इसी तरह से आगे भी क्रिकेट खेलते हैं और अपना नाम भी बनाते जाए उस समय सोशल मीडिया पर भी यह बात काफी चर्चा में थी सभी इनकी तारीफ करते हुए नहीं थक रहे थे।
नाम | Name | सौरभ तिवारी |
पूरा नाम | Full name | सौरभ सुनील तिवारी |
पिता | Father | सुनील तिवारी |
जन्म | Born | 30 दिसंबर 1989 |
ऊंचाई | Height | 6 ft 3 in (1.91 m) |
जन्म स्थान | Birth Place | जमशेदपुर, झारखंड |
पत्नी | wife | निकिता मिश्रा |
मुख्य भूमिका | lead role | बल्लेबाजी |
बल्लेबाजी | batting | बाएं हाथ से |
बॉलिंग | Bowling | दाहिने हाथ का ऑफ ब्रेक |
वनडे डेब्यू | ODI debut | 20 अक्टूबर 2010 बनाम ऑस्ट्रेलिया |
आखिरी वनडे | Last ODI | 10 दिसंबर 2010 बनाम न्यूजीलैंड |
आईपीएल टीम | ipl team | मुंबई इंडियंस |
जर्सी नंबर | jersey number | 15 |
रणजी टीम | Ranji Team | झारखंड |
सौरभ तिवारी जी का कैरियर | Career of Saurabh Tiwari

यदि हम सौरभ तिवारी जी के कैरियर की बात करें तो इस खिलाड़ी ने साल 2010 में अपना पहला एकदिवसीय मैच खेल लिया था अपने डेब्यू मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए सौरभ तिवारी जी ने 17 गेंदों पर नाबाद 12 रन बनाकर अपनी टीम को जीत तक पहुंचाया था और इस मैच में तिवारी जी का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान था जो कि कभी भुला नहीं जा सकता है उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मैच खेल कर यह रन प्राप्त की थी।
इसके बाद सौरव तिवारी जी ने वनडे क्रिकेट में सिर्फ दो ही उनको खेलने को मिला था अपने एकदिवसीय करियर में खेले गए कोई टीम में चुने इस खिलाड़ी ने 49 रन बनाए थे एक समय ऐसा भी था जब सौरभ तिवारी जी को भारतीय टीम का दूसरा महेंद्र सिंह धोनी माना जाता था इसके साथ ही यदि हम आईपीएल की बात करें तो पहले इस खिलाड़ी को आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम में मौका दिया था।
साल 2010 के आईपीएल में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए सौरभ तिवारी ने 16 मैचों में 419 रन बनाए थे जिस वजह से मुंबई इंडियंस फाइनल तक पहुंचने में बहुत आसानी हुई थी इसके बाद साल 2011 के आईपीएल की नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने इस खिलाड़ी को खरीद लिया लेकिन वहाँ पर सौरभ तिवारी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा फिर अगले 2 साल तक सौरभ आरसीबी के लिए ही खेलते रहे लेकिन अच्छे प्रदर्शन न कर पाने की वजह से आरसीबी ने 2014 कि नीलामी में सौरभ को छोड़ दिया था ।
2014 में दिल्ली डेयरडेविल्स में हुए शामिल | Joined Delhi Daredevils in 2014
साल 2014 से 2015 तक यह दिल्ली की टीम में रहे थे इसके दौरान सौरभ तिवारी जी को 7 मैच खेलने का मौका मिला था जिसमें वह कुछ खास खेल नहीं पाए थे इसके बाद वह 2016 में राइजिंग पुणे सुपरजाइटिस की टीम में भी खेलें है जहां पर 10 बोलों में बल्लेबाजी करते हुए 170 रन बनाए थे ।
लेकिन उसके बाद से इनके हालात थोड़े बिगड़ते गए और इन्हे दिल्ली सुपर किंग ने छोड़ दिया फिर यह किसी टीम में शामिल नहीं हो पाए और धीरे-धीरे करते हुए इनका नाम खत्म होने लगा और किसी भी टीम सौरव तिवारी जी को अपने टीम में लेने के लिए तैयार नहीं हुई ।
मुंबई इंडियंस ने सौरभ तिवारी को खरीदा | Mumbai Indians bought Saurabh Tiwary
आईपीएल 2017 की नीलामी से ठीक पहले एक बार फिर से मुंबई इंडियंस की टीम ने इस खिलाड़ी को अपनी टीम में मौका दिया लेकिन इस साल सौरभ को सिर्फ एक मैच खेलने का अवसर मिला जिसमें उन्होंने 52 रन बनाए थे। इसके बाद आईपीएल 2020 में उन्होंने कुल 7 मैचों में बल्लेबाजी की और 130 रन बनाए।
कुल मिलाकर देखें तो सौरभ तिवारी का करियर काफी उतार चढ़ाव भरा रहा है लेकिन इस खिलाड़ी ने झारखंड के छोटे से शहर से निकलकर हमेशा जीवन में आगे बढ़ने की ठानी है कभी इसने पीछे मुड़कर नहीं देखा और शायद यही वजह है कि दे से ही सही लेकिन क्रिकेट में इसे सफलता मिलती जा रही है।
सौरभ तिवारी इस सफलता के काफी हकदार है क्योंकि उन्होंने जब भी क्रिकेट के मैच खेली है तब उन्होंने काफी अच्छी रन बनाए हैं जिसके बारे में हमेशा चर्चा होती रहती हैं यह बहुत ही अच्छे क्रिकेटर है और जब मौका मिलता है यह तब अपने देश के लिए खेलने के लिए तैयार हो जाते हैं अपने देश का नाम आगे बढ़ाते हैं इन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल कर लिया है।
सोशल मीडिया | Social Media
अगर हम सोशल मीडिया की बात करें तो उनके बारे में सोशल मीडिया पर हरदम चर्चा होती रहती है साथ ही उन्होंने किस मैच में कितने रन मारे इसके बारे में भी सोशल मीडिया पर आए दिन खबरें आते रहते हैं इनका सोशल मीडिया अकाउंट भी है जो हम आपके सामने बताने जा रहे हैं:-
सौरभ तिवारी जी इंस्टाग्राम अकाउंट | (@sourabh_tiwari8587) |
सौरभ तिवारी जी का फेसबुक अकाउंट | ( Sourabh-Tiwari ) |
सौरभ तिवारी जी का टि्वटर अकाउंट | (@sourabhtiwari76) |
FAQs
Q. सौरभ तिवारी के पिता का नाम क्या है?
Q. सौरभ तिवारी के पिता का नाम सुनील तिवारीहै|
Q. सौरव तिवारी का जन्म कब और कहां हुआ?
सौरव तिवारी का जन्म 30 दिसंबर 1989, जमशेदपुर, झारखंड हुआ|